रायगढ़। जिंदल पॉवर लिमिटेड का तमनार में 3400 मेगा वॉट का पॉवर प्लांट स्थापित है जहां लाखों टन फ्लाई ऐश प्लांट से निकलता है जिसको जे पी एल से जिंदल के माइंस ले कर खाली किया जाता है। गुप्त सूत्री से मिली जानकारी के मुताबिक जिंदल के अधिकारी ही फ्लाई ऐश परिवहन करने वाले ट्रांसपोर्टरो से प्रति टन 3 रुपए 50 पैसे की वसूली कर रहे है सवाल यहां खड़ा होता है कि जिंदल के अधिकारी किसके लिए ये रकम उगाही कर रहे हैं कही ऐसा तो नहीं सरकारी अधिकारी को रकम देने के नाम पर फ्लाई ऐश का रकम जिंदल के अधिकारी अपना ही पॉकेट गर्म कर रहे है। तमनार जिंदल में यह माला बहुत बड़ा है फ्लाई ऐश प्लांट से प्रति दिन हजार से लाखों टन सप्लाई हो रहा है। लेकिन गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक जिंदल का कोई बड़ा अधिकारी फ्लाई ऐश परिवहन करने वालों से टन पीछे 3 रुपए 50 पैसे के हिसाब से उगाही कर रहा है जो रकम उगाही हो रहा है वह रकम किसे दिया जा रहा है अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है पर इसकी भी पूरी जानकारी सामने आ कर रहेगी।

जिंदल के अधिकारी किसके नाम पर कर रहे हैं फ्लाई ऐश के नाम पर वसूली
मामला तमनार जिंदल पॉवर लिमिटेड का है जहां कई प्रभावित लोग भी फ्लाई ऐश परिवहन करते हैं और बाहर से भी आ कर कई कंपनी यहां फ्लाई ऐश परिवहन का कार्य कर रहे हैं।लेकिन सूत्र बताते है कि फ्लाई ऐश के नाम पर सरकारी अधिकारीयों का डर दिखा कर प्रति टन 3 रुपए 50 पैसे की अवैध वसूली तमनार जिंदल के अधिकारी कर रहे हैं यह मामला समझ से बाहर है। जिस भी अधिकारी द्वारा यह वसूली की जा रही है उसका नाम भी जल्द सामने आ जाएगा।

फ्लाई ऐश की प्रदूषण की मार झेल रहा तमनार जिंदल के अधिकारी हो रहे मालामाल
जिंदल पॉवर लिमिटेड तमनार में फ्लाई ऐश से पूरा क्षेत्र पर्यावरण प्रदूषण से प्रभावित है लोगों को जो सुख सुविधा मिलनी चाहिए वह आज तक जिंदल कंपनी द्वारा नहीं मिल पाई ना सड़कों में पानी का छिड़काव एन सड़कों में झाड़ू का लगना लोगों को स्वास्थ्य की सुविधा ऐसे किसी भी प्रकार की क्षेत्र की प्रभावित जनता को आज तक सुविधा नहीं मिल पाई।लेकिन फ्लाई ऐश परिवहन करने वालों के ऊपर जिंदल के अधिकारी अवैध रूप से वसूली कर अपनी जेब गर्म करने पर लगे हुए हैं। जिंदल के अधिकारी जो फ्लाई ऐश के नाम पर उगाही कर रहे हैं जल्द उनका नाम सामने आएगा। छत्तीसगढ़ के वित्त मंत्री ओपी चौधरी एक ओर छत्तीसगढ़ को भ्रष्टाचार मुक्त का सपना देख रहे हैं तो दूसरी तरफ रायगढ़ जिले में ही भ्रष्टाचार चरम सीमा पर है।

