रायगढ़ 12नवम्बर 2025/ राष्ट्रीय एकता के शिल्पकार एवं भारत रत्न सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती के अवसर पर रायगढ़ जिले में आज ऐतिहासिक और भव्य यूनिटी मार्च का आयोजन हुआ। प्रदेश के वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक श्री ओ.पी.चौधरी, लोकसभा सांसद श्री राधेश्याम राठिया तथा राज्यसभा सांसद श्री देवेंद्र प्रताप सिंह की अगुवाई में 12 किलोमीटर लंबी यह विशाल एकता पदयात्रा घरघोड़ा से तमनार तक निकाली गई, जिसमें हजारों नागरिकों, विद्यार्थियों, जनप्रतिनिधियों और विभिन्न संगठनों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। सभी जनप्रतिनिधि अपने हाथों में तिरंगा ध्वज थामे जब “भारत माता की जय”, “छत्तीसगढ़ महतारी की जय” और “सरदार पटेल अमर रहें” के नारे लगाते हुए आगे बढ़े, तो पूरा मार्ग देशभक्ति और एकता के जोश से गूंज उठा। कॉलेज एवं स्कूल के विद्यार्थियों द्वारा एक किलोमीटर लंबा राष्ट्रीय ध्वज लेकर किया गया मार्च इस आयोजन का विशेष आकर्षण रहा।

कार्यक्रम का शुभारंभ घरघोड़ा स्थित गायत्री मंदिर परिसर से हुआ। वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने भारत माता, छत्तीसगढ़ महतारी, सरदार वल्लभभाई पटेल और महात्मा गांधी के छायाचित्र पर माल्यार्पण कर पूजा-अर्चना की और ‘एक भारत-श्रेष्ठ भारत’ के संकल्प के साथ रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर विद्यार्थियों द्वारा प्रस्तुत देशभक्ति गीत, नृत्य, नुक्कड़ नाटक और सरदार पटेल के प्रेरक प्रसंगों ने वातावरण को एकता और राष्ट्रप्रेम के भाव से सराबोर कर दिया। रैली का मार्ग जयस्तंभ चौक, कारगिल चौक, स्वामी आत्मानंद विद्यालय, झांका दरहा, देवगढ़ हायर सेकेंडरी स्कूल, जरेकेला, बरभाठा, राम मंदिर चौक से होते हुए तमनार के स्वामी आत्मानंद स्कूल मैदान तक रहा। मार्ग में ग्रामीणों और युवाओं ने पुष्पमाला से एकता दौड़ का भव्य स्वागत किया।

आमसभा को संबोधित करते हुए वित्त मंत्री श्री ओ.पी.चौधरी ने कहा कि “यह वर्ष हमारे लिए गर्व का वर्ष है। हम छत्तीसगढ़ का रजत जयंती वर्ष मना रहे हैं। श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की कल्पना से यह राज्य अस्तित्व में आया और आज हम सरदार वल्लभभाई पटेल की 150वीं जयंती मना रहे हैं, जिन्होंने 565 रियासतों को एक सूत्र में पिरोकर अखंड भारत की नींव रखी। उन्होंने कहा कि सरदार पटेल ने देश की सेवा में अपना सम्पूर्ण जीवन समर्पित किया। उनके पास कोई निजी संपत्ति नहीं थी, यह उनके त्याग, समर्पण और राष्ट्रनिष्ठा का प्रतीक है। हमारा देश धन संचय करने वालों का नहीं, त्याग करने वालों का आदर करता है। उन्होंने नागरिकों को स्वदेशी अपनाने, भारत में निर्मित वस्तुओं के उपयोग और अन्यों को इसके लिए प्रेरित करने की शपथ भी दिलाई। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने सभी को पदयात्रा सफलतापूर्वक संपन्न कराने के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया।


